Document Abstract
आर्थिक जीवन का आधार, रोजगार का प्रमुख स्रोत तथा विदेशी मुद्रा अर्जन का माध्यम होने के कारण कृषि को भारतीय अर्थव्यवस्था का आधारशिला कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। देश की बहुसंख्यक आबादी कृषि एवं कृषि सम्बद्ध क्षेत्रों से ही अपना जीविकोपार्जन कर रही हैं। कृषि के विकास पर ही देश की सम्पन्नता निर्भर है। कृषि उत्पादकता कई कारकों पर निर्भर करती है। इनमें भूमि, पानी, बीज, उर्वरकों की उपलब्धता और गुणवत्ता, स्टोरेज एवं मार्केटिंग, कृषि ऋण एवं फसल बीमा की सुविधा और इंफ्रास्ट्रक्चर इत्यादि शामिल हैं। भारत में कृषि के विकास का स्वरुप कालानुक्रम में परिवर्तित होता रहा है, अतः उसका स्थानिक एवं कालिक विश्लेषण न सिर्फ अकादमिक ज्ञान अपितु क्षेत्रीय विकास एवं नियोजन के लिए भी उपयोगी होता है।
प्रस्तुत पुस्तक भारत में कृषि विकास, अंतर्गत कृषि की दशा एवं दिशा के प्रस्तुतिकरण के साथ-साथ कृषि उत्पादन और पैदावार के शास्वत (Sustainable) पक्षों को भी विश्लेषित किया गया है।