Institutional Repository, Rajeev Gandhi Govt. Post Graduate College Ambikapur, Distt. Surguja, Chhattisgarh(India), Pin Code - 497001-Dr.Deepak Singh
Dr.Deepak Singh
Title
प्रेमचंद साहित्य मेंसद्भाव एवं वर्मत ान समयसाम्प्रदायिकता के यिशेष सन्दर्भ म
Author(s)
, Dr.Deepak Singh
Issue Date
08-08-2024
Citation
-
Document Abstract
रस्तुत शोध-पत्र में ‘सदर्ाि’ को यियर्न्न सन्दर्ों के साथ साम्प्रदायिकता के यिशेष सन्दर्भ में देखने का रिास ककिा गिा है | र्ारत एक िहुलतािादी देश है ऐसे में िहुतेरे ऐसे तत्ि हैं जो सामायजक सदर्ाि को चुनौती देते रहते हैं | इस चुनौती का सामना करने हेतु सायहत्ि एक िड़ा औजार है | रेमचिंद ने अपने सम्प्पूर्भ सायहत्ि में साम्प्रदायिकता की राजनीयत को एक ऐयतहायसक दृयि के साथ चुनौती दी है | साम्प्रदायिकता हमेशा सिंस्कृ यत को एक ढाल की तरह इस्तेमाल करती है ऐसे में सिंस्कृ यत की स्पि अिधारर्ा को समझना िहुत आिश्िक है |रेमचिंद का रचनाकमभ हमें िताता है कक साम्प्रदायिकता एक गैर ऐयतहायसक िा कहें गढ़े गए इयतहास पर आधाररत होती है तथा सामायजक ताने-िाने को यसर्भ हायन ही पहुचती है |
Language
English
Document Year
2000
Subject Name
Hindi
Publisher Name
An International Multidisciplinary Quarterly Bilingual Peer Reviewed Refereed Research Journals
Rights :
International Journal for Multidisciplinary Research (IJFMR)