Document Abstract
शोधार्थी का इरादा धनवार सरगुजा (छ.ग.) के क्षेत्र में सुदूर पहाड़ी और वन क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों का अध्ययन करने का है। लोग आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से बहुत गरीब हैं। वे आमने-सामने रह रहे हैं। वे अपनी आजीविका के लिए ज्यादातर वन उपज और कृषि पर निर्भर हैं। लेखक वहाँ के आदिवासियों के उत्थान और विकास के लिए सरकारी अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करना चाहता है। मनरेगा को छोड़कर सरकारी कार्यक्रम लगभग शून्य हैं। हालाँकि, यह कार्यक्रम भी भ्रष्टाचार के चंगुल में है।
The researcher intends to study the socio-economic conditions of tribals living in remote hilly and forest areas in Dhanwar Surguja (Chhattisgarh ) region. People are very poor economically, socially and politically.They are living face to face. They mostly depend on forest produce and agriculture for their livelihood. The author wants to draw the attention of the government officials for the upliftment and development of the tribals there. Government programs are almost nil except MGNREGA. However, this program too is in the grip of corruption.