Document Abstract
गरिमा श्रीवास्तव का उपन्यास - ' आउशवित्ज़ एक प्रेम कथा' वाणी प्रकाशन से वर्ष 2023 में आया है। हिन्दी के पाठकों के लिए यह शीर्षक काफी आकर्षित करने वाला है। जिन लोगों ने पहले भी गरिमा को पढ़ा है वे बखूबी इस बात को जानते हैं कि उन्होंने इतिहास के उन पन्नों को हमारे सामने खोलने की कोशिश की है, जो कभी मुख्यधारा के इतिहास में शामिल नहीं हो पाए । इतिहास हमेशा विजय और पराजय का लिखा गया लेकिन वे सारे लोग जो इसकी भेंट चढ़ गए, उनकी पीड़ा को कभी दर्ज नहीं किया गया। इन आम जनों में लाखों की संख्या में शामिल वे स्त्रियाँ हैं जिनका जीवन युद्ध ने खत्म कर दिया। जब भी युद्ध हुए एक पक्ष ने दूसरे पक्ष की स्त्रियों को अपनी नफरत की अभिव्यक्त हेतु सबसे आसान शिकार समझा । गरिमा श्रीवास्तव अपनी क्रोएशिया प्रवास - डायरी 'देह ही देश' के कवर पेज पर लिखती हैं- 'उन हजारों लाखों औरतों के नाम जिनकी देह पर ही लड़े जाते हैं सारे युद्ध । '