Document Abstract
प्रस्ततु शोध-पत्र मेंकामायनी की ममथकीय कथा के भीतर संचामित हो रहेआधमुनक जीवन की समस्याओंका
अनशुीिन मकया गया है। कामायनी अपनी परूी मनममिमत मेंएक आधमुनक महाकाव्य हैजो पंजूीवादी आधमुनक
सभ्यता की मवद्रूपताओंको उजागर करती है। आज मनष्ुय के समक्ष पयािवरण की सरुक्षा एक बड़ी मचंता के रूप में
सामनेहै। सामहत्य प्रकृमत केसौन्दयिमचत्रण की जगह पयािवरणीय मचंतन केदौर मेंप्रवेश कर चकु ा है। कामायनी का
महत्व इस बात मेंहैमक उसनेसबसेपहिेऐमतहामसक दृमि के साथ इस मवषय को उठाया। प्रसाद द्वारा मदया गया
समाधान भिेही यथाथिसेदरूआदशिवादी हो िेमकन समस्या को पहचाननेकी उनकी ऐमतहामसक दृमि कामबि-एतारीफ है।