Title
दृश्य माध्यम् में हिंदी का बदलता स्वरूप
Authors
Dr. Vijaylaxmi Shastri
Document Abstract
हहन्दी हभाये देश हि याजबाषा हैद्य याजिाज भेंहहन्दी बाषा िा ही
प्रमोग हिमा जाता हैहिन्तुआज िे आधुननि सॊचाय क्ाॊनत िे दौय भेंहहन्दी
बाषा एि नवीन रूऩ भें हदखाई देनेरगी हैद्य आज भीहिमा भेंिामयक्भ तो
हहन्दी भेंप्रसारयत हिमेजातेहैंऩयन्तुउसऩय अॊग्रेजी िा दफाव अनधि हदखाई
देता हैद्य दृश्म श्रव्म भाध्मभ भेंतो जो भनोयॊजनऩयि िामयक्भ प्रस्तुत हिमे
जातेहैंउसभेएि वाक्म भेंहहन्दी िे शब्द िभ अॊग्रेजी िे अनधि होतेहैंद्य मह
सच हैहि बाषा सहज औय सयर होनी चाहहए एदसू यी बाषा सेशब्द रेनेभेंबी
फुयेनही हैहिन्तुबाषा अऩनी सॊस्िृ नत हि ऩहचान बी होती है एदसू यी बाषा से
इतनेबी शब्द न नरए जाएॉहि बाषा औय सॊस्िृ नत अऩनी ऩहचान ही खो देंद्य
Publisher Name
Review of Research Journals
Rights :
????? ??????? ??? ????? ?? ????? ??????